आज क्या दुनिया में हर कोई अंग्रेजी दवाइयों का आदी हो चुका है जो कि सैनिक राहत होती है, किंतु हमारे प्राचीनतम प्राकृतिक औषधियां प्राकृतिक जड़ी बूटियां हजारों वर्ष पहले महर्षि आने प्रयोग करके रोगियों को दर्जियों को ठीक किया था और करते रहे किंतु आज हमारी प्राचीनतम उस पद्धतियों पर लोगों का भरोसा नहीं रहा किंतु इस सत्यता को स्वीकार करना होगा की हमारी प्राचीन पद्धतियां जिसमें योग प्राणायाम व्यायाम कसरत एक्सरसाइज इनके साथ साथ जड़ी बूटियों औषधियों का प्रयोग करके हम अनेकों जानलेवा बीमारियों से बच सकते हैं इसी प्रकार की तकनीकी द्वारा प्राचीन तकनीकी के साथ-साथ आधुनिक तकनीक द्वारा भी न्यूरोपैथी या न्यूरो थेरेपी ऑक्यूपेशनल थेरेपी फिजियो थेरेपी एवं व्यायाम द्वारा किसी भी प्रकार की नरो कंप्रेशन या चौक हुई नसों को खोला जा सकता है अगर किसी चौक नस के बारे में न्यूरो सर्जन ऑपरेशन का बोल दे तो भी व्यक्ति एक बार हमारे केंद्र में आकर उपचार कराकर बिना ऑपरेशन से चौक हुई ना या जाम हुई मांसपेशियां हड्डियों का जकड़न जैस जैसे कमर कड़क होना बहुत पीड़ा होना गर्दन टेढ़ी हो जाना चेहरा टेढ़ा मेढ़ा हो जाना एक पाव में बहुत ज्यादा दर्द होना भजन नहीं उठा पाना खड़े होने में तकलीफ होना चल नहीं पा ना या साइटिका लकवा और रीड की हड्डी की नसें चौक हो जाना आदि का उपचार उपरोक्त पद्धतियों द्वारा किया जाता है
इसके लिए अपने नजदीकी फिजियो थेरेपी न्यूरो थेरेपी ऑक्यूपेशनल थेरेपी मैं संपर्क किया जा सकता है या उदय भारती ट्रस्ट हेल्थ एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर डे केयर सेंटर फिजियोथैरेपी सेंटर हरिओम कॉलोनी घोसला जिला उज्जैन मैं भी आप अपना उपचार करवा सकते हैं