विदेशों में फंसे अमीरों के लिए विमानों की फौज ,सैकड़ो किमी पैदल चल रहा गरीब रोज

पत्रकारिता का दायित्व होता है कि सरकार के अच्छे कामो पर उनकी तारीफ करके हौसला बढ़ाना और गलत कार्य पर उन्हें सच का आईना दिखाना मोदी सरकार वाकई अच्छे काम कर रही है इसमें पुरे देश मे कोई संशय नही । पूरा भारत लॉकडाउन में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील कि वो घरों के बाहर लक्ष्मण रेखा खींच लें। उन्होंने कहा कोरोना रोकने के लिए जो जहां है वो वहीं थम जाए लेकिन लाखों मजदूर, अपने घरों से दूर फंसे रह गए हैं, जहां इनके लिए खाने का भी इंतजाम नहीं है। लेकिन केवल मोदी जी ने ही सब काम करने का जिम्मा नही ले रखा कुछ काम राज्य सरकारों को भी करना चाहिए कुछ काम जिले में झांकी मंडप करने वाले नेता, विधायक,सांसदों को भी करना चाहिए । चलिए आपको समझाता हूं कैसे अलग-अलग राज्यो में कोरोना के कारण अनेकों गरीब मजदूर फंस गए जो रोज सैकड़ो कि.मी. पैदल चलकर अपने घर जा रहें है । जिनके फोटो रोज अखबार में आप देख रहें होंगे लेकिन सबसे बड़ा अचरज समझिए विदेशों में भारतीय फंस गए थे, उन्हें लेकर सरकार ने चिंता की अच्छी बात है, चिंता होनी भी चाहिए आखिर देश के नागरिक है । पर क्या गरीब देश का नागरिक नही है ? क्यो नही सरकार उनके लिए विमानों का हैलीकॉप्टर का प्रयोग कर उन्हें उनके राज्यो में छुड़वा रही । चलिए वो लोग इतने किस्मत वाले नही की आप उनके लिए विमान लेकर जाओ तो बस ही लगा देते उनके लिए । परेशान मजदूर जब जुगाड़ करके कंटेनर के अंदर बैठकर आते है और पुलिस पकड़ ले तो बेचारों को डंडे मारती है और फोटो वायरल करती है इसी लिए की उनके लिए आवाज उठाने वाला कोई नही है । मेरे देश भारत मे यही होता आया है यह कोई नया नही । फिर करें क्या तो समझिए आपके राज्य की राजधानी में किसी बड़े नेता की रैली है तब कैसे जिले के विधायक सांसद बसे अधिग्रहित करके लोगो को ले जाते है वैसे ही इस समय बसे जो कि बन्द खड़ी है उन्हें अधिग्रहित किया जाए और अपने अपने जिले के मजदूरों को अन्य राज्यो से लाया जाए । राज्य सरकार यह काम और आसानी से कर सकती है लेकिन काम करना कोई चाहता ही नही । इन नेताओं को 5 किमी पैदल चलने का बोल दो पसीना मार जाएगा इन्हें कमजोर हो जाएंगे लेकिन बेचारे मजदूरों की सुनने वाला कोई नही क्यो सुने यह लोग सोचते है ये लोग तो आदिमानव है खानाबदोश है जो वोट डालने ही नही आते इनकी सुने कौन । देश के विपक्ष का नेता राहुल गांधी ट्वीट करता है और इनके अधिकार की मांग उठाता है अरे भाई कांग्रेस सबसे पुरानी पार्टी है हर जिले में लोग है उनके पास वो चाहे तो कांग्रेस सेवा दल को इनकी सेवा में लगा सकते हैं लेकिन सारा ज्ञान तो सरकार को देना है हम तो केवल राजनीति करेंगे । इस समय देश को एक होने की जरूरत है लेकिन कोई समझ ही नही रहा । लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों में काम कर रहे दिहाड़ी मजदूरों के सामने संकट खड़ा हो गया है। इन मजदूरों के पास काम नहीं है। ट्रेन और बस समेत सभी परिवहन सेवाएं बंद होने के बाद अब घर वापसी का भी कोई विकल्प नहीं बचा है, वहीं बंदी की वजह से खाने-पीने के लिए वे दूसरों पर निर्भर हैं। हरियाणा के अंबाला में यूपी के एक मजूदर का वीडियो वायरल हुआ जो 24 घंटे से भूखा था। मजदूर के मुताबिक उसके साथ 26 लोग और हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने हेतु लागू लॉकडाउन के कारण पलायन कर रहे कामगारों की मदद के लिए यूपी सरकार ने 1000 बसों का इंतजाम किया है जिससे लोग अपने गंतव्य स्थान तक बिना किसी परेशानी के पहुच सकें, दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डा और गाजियाबाद से ये बसें लोगों को उनके घरों तक ले जाएगी, सीएम योगी आदित्यनाथ खुद इस व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे हैं, यूपी सरकार ने मजदूरों के लिए भोजन एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं का भी इंतजाम किया । क्या यूपी सरकार की तरह देश के अन्य राज्यो की सरकार यह निर्णय नही ले सकती है । यदि सभी राज्य सरकार यह निणर्य ले तो वेवजह कोई परेशान नही होगा । 

 

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