दरअसल, लॉकडाउन की वजह से मध्य प्रदेश बोर्ड कॉपियों की जांच के लिए केंद्रों का निर्धारित नहीं कर सका, इसलिए इस साल कॉपियों का मूल्यांकन शिक्षक घर से कर सकेंगे। इसके लिए बोर्ड ने गाइडलाइन भी जारी किया है, जिसे मूल्यांकन करने वाले सभी शिक्षकों को पालन करना होगा।
27 साल पुराना सिस्टम
जानकारी के अनुसार, कॉपियों का मू्ल्यांकन सही तरीके से हो इसके लिए एक शिक्षक एक दिन में 45 कॉपी ही चेक करना होगा। यानी 10 दिनों में एक शिक्षक 450 कॉपी ही चेक कर सकेगा। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 27 साल बाद 10वीं और 12वीं की कॉपियों का मूल्यांकन घर से किया जा रहा है, इससे पहले मध्य प्रदेश बोर्ड में 1992 तक मूल्यांकन का यही सिस्टम था।
शिक्षक स्टूडेंट्स के रोल नंबर पर लगा स्टिकर नहीं हटा सकेंगे
जानकारी के अनुसार, 10वीं और 12वीं की जिन विषयों की परीक्षाएं हो चुकी हैं, उन विषयों की कॉपियों का मूल्यांकन शिक्षक घर से कर सकेंगे अर्थात शिक्षक परीक्षा केंद्रों से कॉपियां घर ले जाकर चेक कर सकते हैं। इस दौरान शिक्षक स्टूडेंट्स के रोल नंबर पर लगा स्टिकर नहीं हटा सकेंगे। बताया जा रहा है कि कॉपी जांचने के बाद शिक्षक संबंधित विषय का नंबर मूल्यांकन केंद्र पर डिप्टी हेड के सामने ही भर सकेंगे।