रीवा. लॉकडाउन में फंसे प्रदेश के बाहर या फिर राज्य में बाहर के फंसे लोगों को ई-पास जारी किया जा रहा है। रीवा में अब तक इ-पास के लिए पांच हजार लोगों ने आवेदन किया है। जिसमें 500 से अधिक को जारी कर दिया गया है। शासन की ओर से निर्धारित की गई गाइड लाइन के तहत आवेदन नहीं करने वाले सैकड़ो की संख्या में आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं।
आइडी के साथ दस्तावेज आवश्य लगाएं
डिप्टी कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल ने बताया कि जिले में अब तक 4904 आवेदन आए हैं। गाइड लाइन के तहत पास जारी किए जा रहे हैं। कलेक्ट्रेट में कइयो ने शिकायत की है पास जारी नहीं हो रहे हैं, बल्कि आवेदन निरस्त कर लिए जा रहे हैं। नोडल अधिकारी ने बताया कि पास ऐसे लोगों के रिजेक्ट किए जा रहे हैं जो प्रापर आवेदन की प्रक्रिया का पालन नहीं कर रहे हैं। अधिकांश आवेदन में दस्तावेज, आइडी नहीं लगाई गई है।
भोपाल, इंदौर के लिए नहीं मिलेगा पास
डिप्टी कलेक्टर ने बताया कि कई इ-पास के लिए आवेदन करते समय ध्यान दें कि कंटेनमेंट एरिया इंदौर, भोपाल, उज्जैन में फंसे लोगों का आवेदन न करें, यहां पर मेडिसिन के लिए ही अति आश्यक पडऩे पर लगाएं। आवेदन करते समय दस्तावेज और आइडी लगाना अनिवार्य है। उदाहरण लॉकडाउन में फंस यदि किसी भी व्यक्ति के रिलेशन से संबंधित किसी व्यक्ति की यदि मृत्यु हो गई है, तत्काल प्रमाण पत्र नहीं बन सकेगा। लेकिन सपोट के लिए संबंधित पंचायत, नगर से सरपंच या फिर पार्षद लेटर पैड पर दस्तावेज मान्य होगा।
पुरानी बीमारी भी पर मिलेगी छूट
इसी तरह बीमार व्यक्ति का पर्चा, यदि पुरानी बीमारी जैसे 2015 या फिर फिर किसी अन्य समय की बीमारी दोबारा उभर आई है तो ऐसे लोग स्थानीय चिकित्सक से पुराने पर्चा के आधार पर रेफर करा लें। आवेदन करते समय ब्लड रिलेशन का विशेष ध्यान रखें। जैसे बेटा, बेटी, पिता-पुत्र, भाई-बहन, माता-पिता ही आवेदन करें।
प्रदेश के बाहर के रीवा में फंसे 800 लोग
रीवा में यूपी-बिहार सहित अन्य राज्यों के लोग लॉकडाउन में फंसे हुए हैं। शेल्टर हाउस के रेकॉर्ड के अनुसार 800 लोग ठहरे हुए हैं। हैरादाबाद से यूपी के बहराइच जा रहे 23 लोग रायपुर कर्चुलियान में 28 दिन से फंसे हुए हैं। मंगलवार को वीडियो बनाकर अधिकारियों और यूपी के अधिकारियों के नंबर पर भेजकर छूट दिए जाने की मांग उठाई है। वर्जन...
पास जारी किए जा रहे हैं। जिन लोगों ने दस्तावेज नहीं लगाए हैं ऐसे लोगों के आवेदन अस्वीकार कर दिए गए हैं। दोबारा आवेदन करते समय दस्तावेज जरूर लगाएं।
शिवांगी अग्रवाल, डिप्टी कलेक्टर