नई दिल्ली। जन भारत संदेश -21- जून -2020
दिल्ली पुलिस के मुताबिक हैकर्स का ये ग्रुप बड़ा ही शातिर है। इस ग्रुप के हैकर्स खुद को whatsApp यूजर्स स्टाफ के रूप में परिचित करते हैं। ऐसा यूजर्स को भरोसा दिलाने के लिए किया जाता है।
कोरोना संकट में साइबर फ्रॉड के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। ठग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आमतौर पर यूजर्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ज्यादा समय व्यतीत करते हैं। ऐसी ही ठगी WhatsApp पर भी अंजाम दी जा रही है।
दिल्ली पुलिस ने इसपर अलर्ट भी जारी किया है। दिल्ली पुलिसी के डीसीपी साइबर क्राइम ट्विटर हैंडल पर इस बार में ट्वीट कर जानकारी दी गई है। ट्वीट में कहा गया है कि ‘दिल्ली पुलिस ने ट्वीट में कहा, ‘हमलावर डुप्लीकेट अकाउंट का इस्तेमाल कर वैरिफिकेशन पिन शेयर करने का कहता है, पिन शेयर करते ही अकाउंट हाइजैक हो जाता है>
दिल्ली पुलिस के मुताबिक हैकर्स का ये ग्रुप बड़ा ही शातिर है। इस ग्रुप के हैकर्स खुद को WhatsApp यूजर्स स्टाफ के रूप में परिचित करते हैं। ऐसा यूजर्स को भरोसा दिलाने के लिए किया जाता है। इसके लिए एक फेक अकाउंट बनाया जाता है जिसमें WhatsApp कंपनी का लोगो भी होता है। इस अकाउंट के जरिए यूजर्स को मैसेज किया जाता है।
उसके बाद यूजर्स से वैरिफिकेशन कोड मांगा जाता है और फर्जी WhatsApp अकाउंट के जरिए स्मार्टफोन से निजी जानकारियां चुरा ली जाती हैं। हैकर्स आपसे वैरिफिकेशन पिन शेयर करने को कहते हैं और जैसे ही आप पिन शेयर करते हैं आपका अकाउंट हाइजैक हो जाता है। इसके बाद में OTP की मांग की जाती है और आपका खाता खाली हो सकता है।
ऐसे बच सकते हैं: अगर आपके पास इस तरह के फर्जी अकाउंट से कोई WhatsApp लोगो के साथ कोई लिंक साझा किया जाए या मैसेज आए तो आप इसे नजरअंदाज करें। ऐसे मैसेज की पड़ताल करें। आप कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट में जाकर इस बारे में पता कर सकते हैं।