न्यूज़ जन भारत संदेश भोपाल
संपादक विवेक कुमार मिश्र
रीवा : सिरमौर मध्यप्रदेश के सदहना ग्राम पंचायत रीवा जिले के एक चर्चित ग्राम पंचायत द्वारा 519301 लाख रुपये की सरकारी राशि के गबन का मामला सामने आया है। आरटीआई (RTI) से मिले दस्तावेजों से इसका खुलासा हुआ है। ग्राम पंचायत सरपंच और सचिव द्वारा फर्जी बिलिंग कर लाखों रुपयों की राशि को गबन करने के आरोप लगा है। इतना ही नहीं पंचायत सरपंच और सचिव पर वार्ड पंचों के गैरकानूनी तरीके से जाली हस्ताक्षर कर ग्राम पंचायत में प्रस्ताव पास कराने का भी आरोप लगा है।
रीवा जिले के सिरमौर जनपद पंचायत क्षेत्रांतर्गत आने वाले सिरमौर रीवा मुख्य मार्ग पर बसे सदहना ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव पर गंभीर आरोप लगे हैं। ग्राम पंचायत के सिद्धार्थ मिश्रा को आरटीआई (RTI) से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत सरपंच और सचिव ने फर्जी बिलिंग कर बड़ा भ्रष्टाचार किया है। इतना ही नहीं बल्कि वार्ड पंचों का आरोप है कि सरपंच और सचिव वार्ड पंचों के जाली हस्ताक्षर कर ग्राम पंचायत में प्रस्ताव भी पास करते हैं। जबकि ग्राम पंचायत में कब, कौन सा प्रस्ताव पास होता है इस बात की जानकारी वार्ड पंचों को होती ही नहीं है।
बगैर निर्माण ही पैसे निकाले
समाज सेवी सिद्धार्थ मिश्रा और ग्रामीणों के मुताबिक सदहना ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव इन पांच छह सालों से फर्जी बिलिंग कर लाखों रुपयों का आहरण कर चुके हैं। जहां पल ही नहीं उसकी मरम्मत, जहां सडक ही नहीं उसके मरम्मत, दूसरे विभाग द्वारा करवाये गये निर्माण कार्य के नाम पर फर्जी तरीके से आहरण के साथ ही ग्रामीणों द्वारा किये गये मरम्मत कार्य के नाम पर भी सरकारी राशि का फर्जी तरीके से आहरण कर लिया गया है। सिद्धार्थ मिश्रा द्वारा कइयों बार सरपंच सचिव के इन कारनामाों का विरोध किया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
519301 लाख रुपयों का गबन
सदहना निवासी और आरटीआई कार्यकर्ता सिद्धार्थ मिश्रा के मुताबिक साल 2016 से 2020 के बीच सरपंच और सचिव ने फर्जी बिलिंग कर सरकार को 519301 लाख रुपये का चूना लगाया है। आरटीआई से मिले प्रमाणित दस्तावेजों के अध्ययन और ग्राम पंचायत के स्थल निरीक्षण के बाद ही पूरे प्रमाण के साथ आरोप सरपंच व सचिव पर लगे हैं। आरटीआई कार्यकर्ता सिद्धार्थ मिश्रा ने इसी बीते बर्ष को जिला पंचायत सीईओ,एस डी एम सिरमौर, रीवा कलेक्टर, से लेंकर रीवा कमीश्नर तक इस मामले की शिकायत के साथ ही जांच की मांग को लेकर अर्जी लगाई थी। जिला पंचायत सी ई ओ के आदेशानुसार जिसकी जांच जनपद सिरमौर सी ई ओ के द्वारा की गई थी। ग्राम पंचायत के लोगो का कहना है कि ( RTI) द्वारा पंचायत में हुए भ्रस्टाचार का खुलासा किया गया है, जो एक निंदनीय अपराध के श्रेणी में आता है,शासन प्रशासन से ग्राम वासियों की उम्मीद है कि शासकीय राशि 519301 लाख रुपये की बसूली कर इन भ्रष्टाचारियों के ऊपर सख्त से सख्त दंडनात्मक कार्यवाही की जाय।
बेबुनियाद हैं आरोप
अब इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत सचिव और सरपंच अपने बचाव में बयान देते नजर आ रहे हैं। सरपंच और सचिव का कहना है कि उनपर लग रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। ग्राम पंचायत द्वारा सारे निर्माण कार्य तय समयावधि में पूर्ण कर लिये गये हैं, जिसके प्रमाण और दस्तावेज ग्राम पंचायत में सुरक्षित हैं। ग्राम पंचायत सचिव का कहना है कि साजिश के तहत कुछ लोगों द्वारा उनकी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से ऐसे आरोप लगाये जा रहे हैं।